सरकारी
प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों, शिक्षा
मित्रों, अनुदेशकों समेत शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को सामूहिक
स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने की तैयारी है। इस फैसले से बेसिक शिक्षा परिषद के
स्कूलों में काम कर रहे लगभग 6 लाख
शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों
व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे शिक्षकों को सामूहिक बीमा का
लाभ दिया जा रहा था लेकिन वर्ष 2015 में
बेसिक शिक्षा परिषद व एलआईसी के बीच करार खत्म हो गया है। वहीं यह केवल एक लाख
रुपये का था। लिहाजा अब नए सिरे से शिक्षकों के साथ शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों, शिक्षणेत्तर
कर्मचारियों को सामूहिक बीमा में शामिल किया जाएगा। शिक्षा मित्र व अनुदेशकों को
मानदेय के अतिरिक्त किसी भी किस्म का लाभ नहीं दिया जा रहा था। ये लंबे समय से
सामूहिक स्वास्थ्य बीमा की मांग कर रहे थे। इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर
लिया है।
1.50 लाख हैं शिक्षा मित्र
प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में लगभग 5 लाख शिक्षक, 1.50 लाख शिक्षामित्र पढ़ा रहे हैं। वहीं 30 हजार अनुदेशक जूनियर स्कूलों में तैनात हैं। इसके अलावा शिक्षणेत्तर कर्मचारी, केजीबीवी के संविदा शिक्षक आदि भी हैं। इन सभी को सामूहिक बीमा के दायरे में लाया जाएगा।
प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में लगभग 5 लाख शिक्षक, 1.50 लाख शिक्षामित्र पढ़ा रहे हैं। वहीं 30 हजार अनुदेशक जूनियर स्कूलों में तैनात हैं। इसके अलावा शिक्षणेत्तर कर्मचारी, केजीबीवी के संविदा शिक्षक आदि भी हैं। इन सभी को सामूहिक बीमा के दायरे में लाया जाएगा।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चन्द्र द्विवेदी ने बताया कि लंबे समय से शिक्षक व शिक्षा मित्र सामूहिक बीमा की मांग कर
रहे थे। अभी हम पत्रावली का परीक्षण कर रहे हैं। इसके बाद बीमा कंपनियों से
बात की जाएगी। उनसे प्रस्ताव मांगे जाएंगे। इसके बाद ही योजना का स्वरूप तय होगा।