उत्तर प्रदेश
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों
में टीजीटी-पीजीटी एवं प्रधानाचार्य के खाली पदों का अधियाचन निरस्त करते हुए नए
सिरे से विवरण मांगने का निर्णय लिया है। इस बार पदों का ब्यौरा ऑनलाइन लिया जाएगा, ताकि प्रबंधन एवं
जिला विद्यालय निरीक्षक कोई खेल न कर सकें। चयन बोर्ड की ओर से 2016 में टीजीटी
एवं पीजीटी के पदों की घोषणा की गई थी, इसके बाद से कोई पद घोषित नहीं किया गया।
विवरण ऑनलाइन
भेजने के तरीकों को लेकर चयन बोर्ड में इन दिनों जिला विद्यालय निरीक्षकों का
प्रशिक्षण चल रहा है। खाली पदों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक, विद्यालय के प्रबंधन
और प्रधानाचार्य पर आरोप लगता रहा है कि अधियाचन भेजने के बाद भी वह पदों को शून्य
कर देते थे। इस कारण से चयन बोर्ड से चुने जाने के बाद भी बड़ी संख्या में
अभ्यर्थियों को ज्वाइनिंग नहीं मिलती थी। 2011 और 2013 की टीजीटी-पीजीटी की भर्ती में यह बात
सामने आई कि परिणाम की घोषणा के समय जब बोर्ड ने पदों का सत्यापन किया तो अधिकांश
विषयों में पद कम हो गए। इस बात को लेकर बड़ी संख्या में अभ्यर्थी कोर्ट चले गए।
ऐसे में शासन एवं चयन बोर्ड ने निर्णय लिया कि अब पदों का विवरण ऑनलाइन लिया जाएगा।
चयन बोर्ड के उप सचिव एवं परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर ने बताया कि पूर्व में आए शिक्षकों के पदों के अधियाचन को जिला विद्यालय निरीक्षकों से सत्यापन करवाकर उसे ऑनलाइन करवाया जाएगा। इस संबंध में चयन बोर्ड जिला विद्यालय निरीक्षकों को यह जानकारी दे रहा है कि वह वेबसाइट पर किस प्रकार से पदों का विवरण ऑनलाइन करेंगे। बताया कि जल्द ही पदों का ऑनलाइन सत्यापन कर भर्ती परीक्षा की घोषणा की जाएगी।
चयन बोर्ड के उप सचिव एवं परीक्षा नियंत्रक नवल किशोर ने बताया कि पूर्व में आए शिक्षकों के पदों के अधियाचन को जिला विद्यालय निरीक्षकों से सत्यापन करवाकर उसे ऑनलाइन करवाया जाएगा। इस संबंध में चयन बोर्ड जिला विद्यालय निरीक्षकों को यह जानकारी दे रहा है कि वह वेबसाइट पर किस प्रकार से पदों का विवरण ऑनलाइन करेंगे। बताया कि जल्द ही पदों का ऑनलाइन सत्यापन कर भर्ती परीक्षा की घोषणा की जाएगी।