Friday, December 6, 2013


नियुक्ति के बाद नसीब नहीं हुआ वेतन

Updated on: Fri, 06 Dec 2013 01:07 AM (IST)

 वाराणसी : पांच माह बीत गए, अब तक परिषदीय स्कूलों में तैनात तकरीबन सात सौ अनुदेशकों को वेतन नहीं मिला। ये पहली पगार के इंतजार में बैठे हैं। विभाग अभी सत्यापन में ही जुटा है जबकि वाराणसी को छोड़कर अन्य जिलों में नियमित अनुदेशकों को मानदेय मिल रहा है।

नहीं दे रही पगार, यह कैसी सरकार

नौकरी मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं था। घर में मिठाईयां बंटी। दिल से यही बात निकली 'चलो नौकरी तो मिली'। अफसोस पांच माह बीत गए लेकिन अभी हाथ में पहली पगार नहीं आई। पता नहीं कैसी सरकार है, जो काम के बाद भी पगार नहीं दे रही है। घर के लोगों की उम्मीदें भी टूटने लगी हैं। स्कूल की राह भी कठिन होती जा रही है क्योंकि पाकेट में पैसा नहीं होता है।

नियुक्ति कंप्यूटर शिक्षक

के रूप में, कार्य अलग

शासन के निर्देश पर एक सौ से अधिक छात्र-छात्राओं वाले विद्यालयों में कला ,कंप्यूटर शिक्षा व शारीरिक शिक्षा विषय के लिए शिक्षकों (अनुदेशकों) की तैनाती की गई। अनुदेशकों की शिकायत है कि कई विद्यालयों में अनुदेशकों से इतर कार्य लिया जा रहा है। कला के शिक्षकों से अंग्रेजी, गणित तो कंप्यूटर के शिक्षकों से विज्ञान तथा अन्य विषय पढ़वाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं कई स्कूलों में तो बिजली तक की व्यवस्था नहीं है। कंप्यूटर तक भी मुहैया नहीं कराया गया है।

इनसेट---

सत्यापन होते ही खाते में पैसा

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आरसीएस यादव ने कहा कि अनुदेशकों के लिए मानदेय देने के लिए बजट आवंटित हो चुका है। सत्यापन भी तेजी से कराया जा रहा है। जैसे- जैसे रिपोर्ट मिलेगी। संबंधित अनुदेशक का मानदेय उनके खाते में भेज दिया जाएगा।